स्‍पंदन....कुछ व्‍यंग्‍य

मंगलवार, 19 मार्च 2013

माफियाराज का उदाहरण: आगरा का 'पंचशील' प्रोजेक्‍ट

(लीजेण्‍ड न्‍यूज़ विशेष)
उत्‍तर प्रदेश में भूमाफिया कितने शक्‍तिशाली हैं, इसका अंदाज 'लीजेण्‍ड न्‍यूज़' के पास उपलब्‍ध उन कागजातों से लगाया जा सकता है जिनसे साफ पता लगता है कि किस तरह उन्‍होंने आगरा में न केवल उत्‍तर प्रदेश आवास एवं विकास परिषद् की बेशकीमती जमीन कब्‍जा ली बल्‍कि लखनऊ (शासन) तथा इलाहाबाद उच्‍च न्‍यायालय के आदेश-निर्देशों तक को ताक पर रखकर निजी आवासीय सुपर लग्‍जरी प्रोजेक्‍ट शुरू कर दिया।
यही नहीं, इस पूरे खेल में 'आगरा विकास प्राधिकरण' ने भी भूमाफियाओं का पूरा साथ दिया। प्राधिकरण ने आवास विकास की जमीन पर बेनारा इन्‍फास्‍ट्रक्‍चर्स डेवलपमेंट प्रा. लि. की ओर से पी.एल. जैन द्वारा प्रस्‍तुत सुपर लग्‍जरी आवासीय प्रोजेक्‍ट बनाने नक्‍शा नियम विरुद्ध तरीके से दि. 02.07. 2010 को पास कर दिया जिससे भूमाफियाओं का काम काफी आसान हो गया। प्राधिकरण ने यह कारनामा तब किया जब आवास विकास परिषद् ने भूमाफियाओं द्वारा नक्‍शा पास कराने का प्रयास पूरी तरह निरस्‍त कर दिया था। यहां यह जान लेना भी जरूरी है कि आवास-विकास क्षेत्र अंतर्गत विकास प्राधिकरण को पूर्व में कुछ समय के लिए मिला नक्‍शा पास करने का अधिकार दि. 23.04.2010 को ही समाप्‍त हो गया था।