गुरुवार, 7 नवंबर 2013

भारत में 103 अरबपति, वैश्विक सूची में छठे स्थान पर

लंदन 
भारत में फ्रांस, सउदी अरब, स्विट्जरलैंड और हांगकांग से अधिक अरबपति हैं. अति धनाढ्य लोगों की संख्या की दृष्टि से देश विश्व में छठे नंबर पर है. देश में अकेले मुंबई में 30 अरबपति हैं जो देश की वित्तीय राजधानी कहा जाता है. मुंबई ‘अरबपतियों के शहर’ की सूची में वैश्विक में पहले पांच शहरों में है. इस सूची में न्यूयार्क शीर्ष स्थान पर है जहां 96 अरबपति हैं.
शीर्ष पांच शहरों में शामिल हांगकांग, मास्को और लंदन में क्रमश: 75, 74 और 67 अरबपति रहते हैं. भारत में जुलाई 2012 से जून 2013 के बीच अरबपतियों की संख्या घटी है लेकिन 103 अरबपतियों के साथ शीर्ष देशों की सूची में छठे स्थान पर है. इस सूची में सबसे ऊपर अमेरिका हैं जहां 515 अरबपति रहते हैं और यह तादाद चीन के 157 अरबपतियों के मुकाबले तिगुनी है.
जर्मनी, अमेरिका और रुस पांच शीर्ष देशों में शामिल हैं जहां क्रमश: 148, 135 और 108 अरबपति हैं. वेल्थ-एक्स और यूबीएस अरबपति जनगणना रपट 2013 के मुताबिक भारत के अरबपतियों की तादाद 5.5 प्रतिशत घटकर 103 रह गई और अरबपतियों की कुल संपत्ति 10 अरब डालर घटकर 180 अरब डालर रह गई.
-एजेंसी

माया पर किस कदर मेहरबान है मनमोहन सरकार, पढ़िए..और सोचिए...

नई दिल्‍ली 
बसपा प्रमुख और यूपी की पूर्व मुख्‍यमंत्री मायावती को दिल्‍ली में लोकसभा के मेन चेम्‍बर से छह गुना बड़ा बंगला आवंटित किया गया है। यूपी की सत्‍ता से हटने के बाद राज्‍यसभा की सदस्‍य बनने वाली मायावती के लिए दिल्‍ली के पॉश इलाके लुटियन जोन में आवंटित तीन बंगलों को 'सुपरबंगले' की शक्‍ल दी जा रही है। केंद्रीय लोक निर्माण विभाग ने इस 'सुपरबंगले' को हरी झंडी भी दे दी है।
दरअसल, राजधानी में गुरुद्वारा रकाबगंज रोड पर 12, 14 और 16 नंबर के बंगले मायावती को आवंटित किए गए थे। अब इन तीनों को मिलाकर एक 'सुपरबंगला' बनाया जा रहा है। हालांकि, बसपा सुप्रीमो के नाम पर 4, गुरुद्वारा रकाबगंज रोड का बंगला भी आवंटित है और यह बंगला इन तीनों बंगलों से अलग है। बंगलों के लिए नगर निगम द्वारा आवंटित 14 और 16 नंबरों को खत्‍म कर दिया गया है। अब इस सुपरबंगले का पता होगा- 12, गुरुद्वारा रकाबगंज रोड।
मायावती के लिए चार-चार बंगले आवंटित करने के बावजूद शहरी विकास मंत्रालय इस विवाद से बचने की कोशिश में है कि नियमों के मुताबिक एक शख्‍स के नाम चार-चार बंगले नहीं आवंटित किए जा सकते हैं क्‍योंकि मायावती के लिए आवंटित चार बंगलों में एक उनके नाम है जबकि तीन अन्‍य को मिलकर एक सिंगल यूनिट के तौर पर बहुजन प्रेरणा ट्रस्‍ट के नाम आवंटित कर दिया गया है।
आरटीआई कार्यकर्ता सुभाष अग्रवाल द्वारा सूचना का अधिकार कानून के तहत मांगी गई जानकारी में मिले दस्‍तावेज में यह खुलासा हुआ है। जानकारी के जवाब में शहरी विकास मंत्रालय की तरफ से बताया गया है कि यह 'सुपरबंगला' बहुजन प्रेरणा ट्रस्‍ट को आवंटित किया गया है जो मायावती का है।
मायावती के लिए आवंटित किए गए ये तीन बंगले टाईप 8 हैं। ऐसे बंगले मंत्रियों और सचिवों को आवंटित किए जाते हैं। ऐसा बंगला 8250 वर्ग फीट के दायरे में फैला होता है जिसमें 1970 वर्ग फीट में आवास बना होता है। ऐसे बंगले में आठ बेडरूम, चार सर्वेंट क्‍वार्टर और दो गैरेज शामिल होते हैं। ऐसे बंगले में आगे और पीछे लॉन भी होते हैं।
गौरतलब है कि लोकसभा का मेन चैम्‍बर अर्द्ध-वृत्‍ताकार होता है और इसका फ्लोर एरिया करीब 4800 वर्ग फीट का है लेकिन मायावती का सुपरबंगला इससे छह गुना बड़ा होगा। मायावती के सुपरबंगले में टाईप 8 कैटेगरी के तीन बंगले हैं। ऐसे में सुपरबंगले का कुल प्‍लॉट एरिया 24 हजार 750 वर्ग फीट, आवास के लिए 5910 वर्ग फीट का इलाका, 24 बेडरूम, 12 सर्वेंट क्‍वार्टर और 6 गैरेज होंगे।
शहरी विकास मंत्रालय के संपदा निदेशालय ने मायावती को लिखे खत में जानकारी दी है कि गुरुद्वारा रकाबगंज रोड स्थित बंगला नंबर 14 और 16 को 12 नंबर बंगले के साथ मिलाकर एक सिंगल यूनिट का बंगला बहुजन प्रेरणा ट्रस्‍ट के नाम आवंटित किया गया है। 14 और 16 नंबर बंगला मायावती को बसपा प्रमुख होने के नाते आवंटित किया गया था। खत में यह भी कहा गया है कि इस नए बंगले के लिए 27 जुलाई 2007 को आवं‍टन से जुड़े मूल पत्र में लिखी शर्तें ही लागू होंगी। मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि नई दिल्‍ली के लुटियन जोन में स्थित सरकारी बंगलों किसी तरह के बदलाव की इजाजत नहीं है लेकिन दस्‍तावेजों के मुताबिक सभी तीन बंगलों में गैरकानूनी कंस्‍ट्रक्‍शन हुए हैं।
बहुजन प्रेरणा ट्रस्‍ट की हैसियत से मायावती को आवंटित 14 नंबर बंगले में करीब 200 वर्ग मीटर के दायरे में गैरकानूनी कंस्‍ट्रक्‍शन हुआ है। इसके तहत बंगले के पीछे की तरफ बंगले के आकार का बरामदा और एक तरफ चार कमरे शामिल हैं। 
-एजेंसी

मोदी के साथ इन्‍हें भी उड़ाने की थी साजिश

पटना 
27 अक्तूबर को हुंकार रैली के दिन होटल मौर्या के पास ब्लास्ट कर भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह और राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली को उड़ाने की साजिश थी. पटना जंकशन पर ब्लास्ट के समय गिरफ्तार आइएम के आतंकी इम्तियाज ने पूछताछ के दौरान ऐसे कई सनसनीखेज खुलासे किये हैं.
पुलिस द्वारा पूछताछ के दौरान बनाये गये वीडियो फुटेज के माध्यम से आतंक का सच सामने आया है. वीडियो फुटेज में पूछताछ के दौरान इम्तियाज ने बताया कि उसे गांधी मैदान के पास एक होटल के पास बम रखना था. हालांकि, उसने उस होटल का नाम पता होने से इंकार किया. उसने बताया कि उसे और उसके साथियों को रांची में इस सीरियल बम ब्लास्ट को लेकर प्रशिक्षण दिया गया और बम सौंपे गये.
पुलिस सूत्रों के अनुसार, इम्तियाज ने सभी नामों की जानकारी दी, जिन्हें प्रशिक्षण के बाद पटना में ब्लास्ट के लिए रांची से भेजा गया. वीडियो फुटेज में वह पुलिसकर्मियों से पानी के साथ दवा की मांग कर रहा है.
पुलिसकर्मियों द्वारा उसे पहले पानी पीने की सलाह दी जा रही है. पुलिस ने इम्तियाज की एक- एक बात की रेकॉर्डिग की है, जिसमें नवयुवकों को बरगला कर आतंक की ट्रेनिंग के दौरान उत्तेजक भाषण, उन्मादी साहित्य की जानकारी देने की बात शामिल है. उसने बताया कि रांची में बड़े स्तर पर आइएम की ओर से युवकों को लाकर प्रशिक्षित किया जा रहा था. उसने यह भी बताया कि तहसीन उर्फ मोनू व हैदर ने मिल कर पटना सीरियल बम ब्लास्ट की साजिश रची थी. इसके लिए उन्हें पाकिस्तान से यासीन भटकल का भाई दिशा-निर्देश दे रहा था.
वे जो टाइम बम लेकर पटना आये थे, वे मुजिबुल के लॉज में ही बने थे. सात दिनों तक पूछताछ के बाद इम्तियाज को रेल पुलिस ने उसे जेल वापस भेज दिया है. अब उसे गांधी मैदान थाने में दर्ज दूसरी प्राथमिकी में रिमांड पर लेने की प्रक्रिया पुलिस ने शुरू की है. इम्तियाज आइएम से लंबे समय से जुड़ा है.
रियाज भटकल ने सितंबर में किया था बॉर्डर की रेकी
इंडियन मुजाहिद्दीन के गिरफ्तार आतंकी यासीन भटकल का भाई रियाज भटकल सितंबर माह में बॉर्डर की रेकी की थी. इस दौरान वह भारत-नेपाल बॉर्डर से सटे (नेपाल में) एक गांव पहुंचा था. उसके साथ तीन अन्य लोग भी थे. रियाज किस मकसद से सीमावर्ती इलाके में पहुंचा था, इसका अब तक खुलासा नहीं हो सका है. बताया जाता है कि वह सितंबर माह की पहली सप्ताह में इस गांव पहुंचा था. खुफिया एजेंसी को भी रियाज के आने की सूचना मिली थी पर तब तक वह इलाका छोड़ चुका था.
खुफिया सूत्रों की मानें, तो रियाज तीन से पांच सितंबर के बीच बॉर्डर इलाके के एक गांव में आया था. वह काठमांडू से हवाई जहाज से जनकपुर पहुंचा था. फिर चार पहिया वाहन से अपने दो अन्य साथियों के साथ उक्त गांव गया.  
-एजेंसी

मायावती के भाई का 400 करोड़ रु. IT ने किया रिलीज

नई दिल्ली 
बसपा सुप्रीमो मायावती को एक और राहत मिली है। आयकर विभाग ने फिक्स डिपोजिट में जमा 400 करोड़ रुपए रिलीज कर दिए हैं। यह रकम मायावती के भाई आनंद कुमार और उनके ग्रुप ऑफ कंपनीज की है। आयकर विभाग ने रकम को वैध ठहराया है। आयकर विभाग ने जून में रकम को जब्त कर लिया था। आनंद कुमार ने जब टैक्स चुका दिया तो रकम को वैध घोषित कर दिया गया। इस मामले से जुड़ी पूरी जांच बंद कर दी गई है। अब मायावती के भाई अपनी पसंद के वेंचर में इस रकम को निवेश कर सकते हैं। कुमार, नोएडा और दिल्ली में करीब दर्जनभर रजिस्टर्ड कंपनियां चलाते हैं।
सीबीआई ने हाल ही में मायावती के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला बंद कर दिया था। 27-29 जून को आयकर विभाग की टीम ने यूपी के मेडिकल कॉलेज, कौशांबी के होटल सहित 27 ठिकानों पर छापे मारे थे। छापे के दौरान असामान्य ट्रांजेक्शन का खुलासा हुआ था।
छापे की कार्यवाही के दौरान पता चला कि सालाना 22 लाख रुपए इनकम घोषित करने वाले 22 साल के एक युवक ने होटेलियर के वेंचर में 10 करोड़ रुपए निवेश किए थे। हालांकि कुमार ने दावा किया कि उनके पास काला धन नहीं है। उन्होंने चुकाए गए टैक्स को सबूत के रूप में पेश किया। चार महीने बाद आयकर विभाग ने कुमार की दलीलें स्वीकार कर लीं।
-एजेंसी
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