नई दिल्ली। ऐसी आशंका है कि हैदराबाद ब्लास्ट की जांच से जुड़ीं कुछ जानकारियां पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के हाथ लग गई हैं।
इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) की रिपोर्ट के मुताबिक ब्लास्ट के कुछ ही घंटे बाद आईएसआई के कुख्यात एजेंट मोहम्मद तस्लीम ने खुद को इंडियन मिलिट्री इंटेलिजेस का अधिकारी बताकर फोन पर नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) के अधिकारी और हैदराबाद पुलिस के एसीपी से ब्लास्ट की जांच के बारे में जानकारी मांगी थी। फिलहाल पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि दोनों अधिकारी आईएसआई एजेंटे के झांसे में किस हद तक आए और कितनी जानकारी उसे दी।
आईबी की रिपोर्ट में कहा गया है कि हैदराबाद ब्लास्ट के कुछ ही घंटों बाद आईएसाई एजेंट ने दिल्ली के लैंडलाइन नंबर से एनएसजी के कैप्टन स्तर के एक अधिकारी के मोबाइल पर फोन किया और उनसे जानकारियां मांगीं, लेकिन उन्होंने कहा कि वह फोन पर किसी को भी कोई जानकारी नहीं दे सकते हैं। इसके बाद तस्लीम ने एनएसजी के एक दूसरे कैप्टन के मोबाइल पर फोन किया और उन्हें उनके नाम से पुकारा, जिसकी वजह से वह झांसे में आ गए।
इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) की रिपोर्ट के मुताबिक ब्लास्ट के कुछ ही घंटे बाद आईएसआई के कुख्यात एजेंट मोहम्मद तस्लीम ने खुद को इंडियन मिलिट्री इंटेलिजेस का अधिकारी बताकर फोन पर नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) के अधिकारी और हैदराबाद पुलिस के एसीपी से ब्लास्ट की जांच के बारे में जानकारी मांगी थी। फिलहाल पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि दोनों अधिकारी आईएसआई एजेंटे के झांसे में किस हद तक आए और कितनी जानकारी उसे दी।
आईबी की रिपोर्ट में कहा गया है कि हैदराबाद ब्लास्ट के कुछ ही घंटों बाद आईएसाई एजेंट ने दिल्ली के लैंडलाइन नंबर से एनएसजी के कैप्टन स्तर के एक अधिकारी के मोबाइल पर फोन किया और उनसे जानकारियां मांगीं, लेकिन उन्होंने कहा कि वह फोन पर किसी को भी कोई जानकारी नहीं दे सकते हैं। इसके बाद तस्लीम ने एनएसजी के एक दूसरे कैप्टन के मोबाइल पर फोन किया और उन्हें उनके नाम से पुकारा, जिसकी वजह से वह झांसे में आ गए।