नई दिल्ली। मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपी ललित मोदी की ‘वीआईपी उड़ानों’ का बिल
राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार और बड़ी कंपनियों ने भरा था. प्रवर्तन
निदेशालय (ईडी) और राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने यह खुलासा किया है.
बॉम्बार्डियर चैलेंजर 300 विमान का बिल कॉरपोरेट कंपनियों ने अपनी जेब से भरा. ललित मोदी, उनका परिवार और दोस्त अकसर इस विमान का इस्तेमाल करते थे. इसके अलावा मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और अन्य की ओर से इस्तेमाल किए विमान के तीन चार्टर बिलों में से एक का भुगतान राजस्थान सरकार ने किया और बाकी दो अब भी बकाया हैं.
डीआरआई के ‘कारण बताओ’ नोटिस की एक्सक्लूसिव कॉपी से पता चलता है कि कैसे ललित मोदी के निर्देश पर कॉरपोरेट्स और राजस्थान सरकार उनके चार्टर बिलों का भुगतान कर रहे थे .
यात्रियों का रिकॉर्ड रखने वाले दस्तावेज और जीडब्ल्यूपीएल के बिलों से पता चला है कि विमान ने कुल 792 घंटे 50 मिनट का सफर किया. जांच में पता चला है कि विमान का 86 फीसदी इस्तेमाल खुद ललित मोदी ने किया और उनके निर्देश पर ही ये चार्टर बिल दूसरी कंपनियों को भेजे गए.
1. इसमें से 125 घंटे 45 मिनट खुद ललित मोदी, उनके परिवार और दोस्तों ने सफर किया और इसका बिल ललित मोदी के नाम से ही बना.
2. 553 घंटे 10 मिनट तक विमान का इस्तेमाल ललित मोदी, उनके परिवार और दोस्तों ने किया लेकिन इसका बिल दूसरों के नाम से बना.
3. 113 घंटे और 55 मिनट का समय का इस्तेमाल अन्य लोगों ने किया.
ललित मोदी का बिल भरने वाली कंपनियों में हैं- अंसल प्रोपर्टीज, नेट लिंक ब्लू (दुबई की कंपनी है), आनंदा हेरिटे, रेणुका कैलिल, परसेप्ट पिक्चर्स, आदित्य चेलाराम, पवन गोयल, अशोक कुमार गोयल, जूम कम्युनिकेशन, ग्लोबल स्पोर्ट्स ब्रॉडकास्ट सर्विसेस, डीएनए एंटरटेनमेंट नेटवर्क, गो एयरलाइंस प्रा. लि., गेजरी ईस्टर्न लिमिटेड और राजस्थान सरकार.
बॉम्बार्डियर चैलेंजर 300 विमान का बिल कॉरपोरेट कंपनियों ने अपनी जेब से भरा. ललित मोदी, उनका परिवार और दोस्त अकसर इस विमान का इस्तेमाल करते थे. इसके अलावा मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और अन्य की ओर से इस्तेमाल किए विमान के तीन चार्टर बिलों में से एक का भुगतान राजस्थान सरकार ने किया और बाकी दो अब भी बकाया हैं.
डीआरआई के ‘कारण बताओ’ नोटिस की एक्सक्लूसिव कॉपी से पता चलता है कि कैसे ललित मोदी के निर्देश पर कॉरपोरेट्स और राजस्थान सरकार उनके चार्टर बिलों का भुगतान कर रहे थे .
यात्रियों का रिकॉर्ड रखने वाले दस्तावेज और जीडब्ल्यूपीएल के बिलों से पता चला है कि विमान ने कुल 792 घंटे 50 मिनट का सफर किया. जांच में पता चला है कि विमान का 86 फीसदी इस्तेमाल खुद ललित मोदी ने किया और उनके निर्देश पर ही ये चार्टर बिल दूसरी कंपनियों को भेजे गए.
1. इसमें से 125 घंटे 45 मिनट खुद ललित मोदी, उनके परिवार और दोस्तों ने सफर किया और इसका बिल ललित मोदी के नाम से ही बना.
2. 553 घंटे 10 मिनट तक विमान का इस्तेमाल ललित मोदी, उनके परिवार और दोस्तों ने किया लेकिन इसका बिल दूसरों के नाम से बना.
3. 113 घंटे और 55 मिनट का समय का इस्तेमाल अन्य लोगों ने किया.
ललित मोदी का बिल भरने वाली कंपनियों में हैं- अंसल प्रोपर्टीज, नेट लिंक ब्लू (दुबई की कंपनी है), आनंदा हेरिटे, रेणुका कैलिल, परसेप्ट पिक्चर्स, आदित्य चेलाराम, पवन गोयल, अशोक कुमार गोयल, जूम कम्युनिकेशन, ग्लोबल स्पोर्ट्स ब्रॉडकास्ट सर्विसेस, डीएनए एंटरटेनमेंट नेटवर्क, गो एयरलाइंस प्रा. लि., गेजरी ईस्टर्न लिमिटेड और राजस्थान सरकार.