नई दिल्ली। प्रधानमंत्री कार्यालय, वित्तमंत्री पी. चिदंबरम और श्रम मंत्री
मल्लिकार्जुन खड़गे के फर्जी आदेशों पर देश में कई जगह बड़े पदों पर तैनात
अफसरों के तबादलों और सस्पेंशन का मामला सामने आया है। ये आदेश फर्जी हैं,
इसका खुलासा तब हुआ जब लेबर ब्यूरो चंडीगढ़ के डॉयरेक्टर नॉर्थ दलजीत सिंह
ने अपने सस्पेंशन ऑर्डर की जांच कराई। दलजीत सिंह आईईएस अफसर हैं।
उन्होंने जब सस्पेंशन का कारण जानना चाहा तो पता चला कि उन्हें सस्पेंड
किया ही नहीं गया है। किसी ने पीएमओ ऑफिस के लेटरहेड पर आदेश लिखकर श्रम
मंत्रालय के चंडीगढ़ ऑफिस भेजा था।
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शनिवार, 27 जुलाई 2013
मूर्ख हैं अमर्त्य सेन (मेरे निजी विचार)
मोदी कितने सांप्रदायिक हैं और कांग्रेस कितनी सेक्युलर, इस नतीजे पर पहुंचने की जगह बेहतर होता कि बतौर अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन, देश
के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तथा वित्तमंत्री पी. चिदंबरम को बताते कि
खस्ताहाल अर्थव्यवस्था को कैसे सुधारें व रुपये के चवन्नी से भी
दुहन्नी हो जाने को कैसे रोकें।
राजनीति में पड़ने की जगह ऐसा कुछ कहते जिससे महंगाई के कारण त्राहिमाम-त्राहिमाम कर रही जनता को कुछ राहत मिलती और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हर रोज गिर रही भारत की साख को कहीं स्थिर किया जा सकता।
(लीजेण्ड न्यूज़ विशेष)
राजनीति में पड़ने की जगह ऐसा कुछ कहते जिससे महंगाई के कारण त्राहिमाम-त्राहिमाम कर रही जनता को कुछ राहत मिलती और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हर रोज गिर रही भारत की साख को कहीं स्थिर किया जा सकता।
(लीजेण्ड न्यूज़ विशेष)
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