बिंदु दारा सिंह को पूछताछ के लिए सोमवार देर शाम को ही उठाया गया था। उनसे पूछताछ के बाद पुलिस को जब सटोरियों से उनके संपर्क के बारे में ठोस सुराग मिले तो मंगलवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया। दिल्ली पुलिस ने भी मंगलवार को जिस बाबूराव यादव को गिरफ्तार किया, उसे सोमवार को ही हिरासत में लिया गया था। उससे गिरफ्तार किए गए खिलाड़ी अजीत चंडीला से संबंधों के बारे में पूछताछ की गई थी। यादव ने ही चंडीला को बुकी सुनिल भाटिया से मिलवाया था। भाटिया को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
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मंगलवार, 21 मई 2013
फिक्सिंग में बिंदु दारासिंह भी गिरफ्तार
बिंदु दारा सिंह को पूछताछ के लिए सोमवार देर शाम को ही उठाया गया था। उनसे पूछताछ के बाद पुलिस को जब सटोरियों से उनके संपर्क के बारे में ठोस सुराग मिले तो मंगलवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया। दिल्ली पुलिस ने भी मंगलवार को जिस बाबूराव यादव को गिरफ्तार किया, उसे सोमवार को ही हिरासत में लिया गया था। उससे गिरफ्तार किए गए खिलाड़ी अजीत चंडीला से संबंधों के बारे में पूछताछ की गई थी। यादव ने ही चंडीला को बुकी सुनिल भाटिया से मिलवाया था। भाटिया को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
फिक्सिंग से वाकिफ थे कप्तान, खिलाड़ी और मालिक
मुंबई। आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग को लेकर एक और बड़ा
खुलासा हुआ है। ये खुलासा आयकर विभाग के रिपोर्ट से हुआ है। सूत्रों के
मुताबिक 2010 में बनाई गई आयकर विभाग की एक रिपोर्ट में कई सनसनीखेज खुलासे
किए गए हैं। इस रिपोर्ट में साफ-साफ लिखा गया है कि 2009 और 2010 के
आईपीएल में कई मैचों के फिक्स होने के सबूत मिले हैं।
आयकर विभाग की रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि जांच करनेवाली टीम के पास मैच फिक्स करने वाले कुछ भारतीय और विदेशी क्रिकेटरों के खिलाफ सबूत भी हैं। यहां तक की इस रिपोर्ट में एक टीम के कैप्टन पर भी सवाल उठाए गए हैं। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि कुछ टीम मालिकों को भी फिक्सिंग के बारे जानकारी थी।
आयकर विभाग की रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि जांच करनेवाली टीम के पास मैच फिक्स करने वाले कुछ भारतीय और विदेशी क्रिकेटरों के खिलाफ सबूत भी हैं। यहां तक की इस रिपोर्ट में एक टीम के कैप्टन पर भी सवाल उठाए गए हैं। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि कुछ टीम मालिकों को भी फिक्सिंग के बारे जानकारी थी।
स्पॉट फिक्सिंग के फुटेज में मिली मॉडल गायब
चंडीगढ़। आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों में
गिरफ्तार एस. श्रीशांत के साथ चंडीगढ़ की एक मॉडल का नाम भी जुड़ गया है।
जिस समय श्रीशांत मुंबई में गिरफ्तार हुए थे, उस समय भी उनके साथ एक युवती
थी। बताया जा रहा है कि वह युवती मराठी फिल्मों की ऐक्ट्रेस है। चंडीगढ़ की
यह मॉडल मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा की रहने वाली है और यहां
सेक्टर-44 में पीजी में रहती है।
स्पॉट फिक्सिंग की जांच कर रही दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने जब चंडीगढ़ के सेक्टर-35 स्थित जेडब्ल्यू मैरिअट होटेल के सीसीटीवी फुटेज की जांच की तो उसमें इस मॉडल को श्रीशांत के साथ देखा गया। स्पेशल सेल के मुताबिक, 9 मई को मोहाली में पंजाब किंग्स इलेवन और राजस्थान रॉयल्स के मैच में ही श्रीशांत ने स्पॉट फिक्सिंग की थी। मॉडल उस रात मैच के बाद हुई पार्टी में भी श्रीशांत के साथ थी।
स्पॉट फिक्सिंग की जांच कर रही दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने जब चंडीगढ़ के सेक्टर-35 स्थित जेडब्ल्यू मैरिअट होटेल के सीसीटीवी फुटेज की जांच की तो उसमें इस मॉडल को श्रीशांत के साथ देखा गया। स्पेशल सेल के मुताबिक, 9 मई को मोहाली में पंजाब किंग्स इलेवन और राजस्थान रॉयल्स के मैच में ही श्रीशांत ने स्पॉट फिक्सिंग की थी। मॉडल उस रात मैच के बाद हुई पार्टी में भी श्रीशांत के साथ थी।
आईगेट के CEO मूर्ति यौन उत्पीड़न में बर्खास्त
नई दिल्ली, 21 मई 2103 (एजेंसी)। नेस्डेक में सूचीबद्ध आईटी कंपनी आईगेट
कॉर्पोरेशन ने अपने चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर और एम्पलाइमेंट ऑफिसर फड़ीस
मूर्ति को पद से हटा दिया है।
कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने बताया कि एक जांच की बाद इस आरोप कि पुष्टि हुई है कि मूर्ति का व्यवहार अपनी एक जूनियर महिला कर्मचारी के साथ कंपनी की नीतियों के अनुरूप नहीं था।
कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने बताया कि एक जांच की बाद इस आरोप कि पुष्टि हुई है कि मूर्ति का व्यवहार अपनी एक जूनियर महिला कर्मचारी के साथ कंपनी की नीतियों के अनुरूप नहीं था।
गुट बनाकर टेलीकॉम कंपनियों ने फेल की नीलामी
नियन्त्रक एवं महालेखापरीक्षक (CAG) विनोद राय की
रिटायरमेंट से ठीक पहले की एक और रिपोर्ट के तहत सरकार को कठघरे में खड़ा
किया गया है।
नेशनल ऑडिटर ने आरोप लगाया है कि हाल में हुई स्पेक्ट्रम नीलामी में टेलिकॉम कंपनियों ने कार्टेल (गुट) की तरह काम किया। उसने इसमें सरकार पर जाने-अनजाने मोबाइल कंपनियों की मदद का इल्जाम भी लगाया है।
नेशनल ऑडिटर ने कहा है कि सरकार ने इन कंपनियों के खिलाफ ऐक्शन नहीं लेकर उनकी मदद की।
कैग ने दूसरी बार स्पेक्ट्रम पॉलिसी को लेकर सवाल खड़े किए हैं।
पहली बार उसने 2010 में ऐसा किया था। तब कैग ने कहा था कि यूपीए सरकार और तत्कालीन टेलिकॉम मिनिस्टर ए राजा की गलत पॉलिसी से देश को 1,77,000 करोड़ रुपये का लॉस हुआ। कैग ने कहा था कि स्पेक्ट्रम को कम कीमत पर बेचने से यह लॉस हुआ था।
नेशनल ऑडिटर ने आरोप लगाया है कि हाल में हुई स्पेक्ट्रम नीलामी में टेलिकॉम कंपनियों ने कार्टेल (गुट) की तरह काम किया। उसने इसमें सरकार पर जाने-अनजाने मोबाइल कंपनियों की मदद का इल्जाम भी लगाया है।
नेशनल ऑडिटर ने कहा है कि सरकार ने इन कंपनियों के खिलाफ ऐक्शन नहीं लेकर उनकी मदद की।
कैग ने दूसरी बार स्पेक्ट्रम पॉलिसी को लेकर सवाल खड़े किए हैं।
पहली बार उसने 2010 में ऐसा किया था। तब कैग ने कहा था कि यूपीए सरकार और तत्कालीन टेलिकॉम मिनिस्टर ए राजा की गलत पॉलिसी से देश को 1,77,000 करोड़ रुपये का लॉस हुआ। कैग ने कहा था कि स्पेक्ट्रम को कम कीमत पर बेचने से यह लॉस हुआ था।
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