मुखबिरों से मिल रही गलत सूचनाओं की वजह से भारत की खुफिया एजेंसियों के
सामने समस्या खड़ी हो गई है। पिछले कुछ वक्त से भारत-पाकिस्तान बॉर्डर से
खुफिया एजेंसियों को जिस तरह की गलत सूचनाएं मिल रही हैं, उससे यह शंका
पैदा हो गई है कि कहीं मुखबिर सिर्फ पैसा लेने के लिए तो मनगढ़ंत बातें बता
रहे हैं?
सूत्रों के मुताबिक 8 जनवरी को लांस नायक हेमराज का सिर काटे जाने की घटना पर इंटेलिजेंस ब्यूरो और मिलिटरी इंटेलिजेंस ने एक जैसी रिपोर्ट बनाई थी। एजेसियों की खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख हाफिज सईद ने घटना के कुछ दिन पहले पीओके में आकर भारतीय जवानों के खिलाफ जहर उगला था। मगर बाद में पता चला कि यह खबर पुख्ता नहीं थी। दोनों इंटेलिजेंस एजेंसियों को यह जानकारी मुखबिरों से मिली थी। काफी सालों से इंटेलिजेंस सर्विसेज से जुड़े एक सीनियर ऑफिशल का मानना है कि दोनों एजेसियों को एक ही सोर्स से जानकारी मिली थी।
सूत्रों के मुताबिक 8 जनवरी को लांस नायक हेमराज का सिर काटे जाने की घटना पर इंटेलिजेंस ब्यूरो और मिलिटरी इंटेलिजेंस ने एक जैसी रिपोर्ट बनाई थी। एजेसियों की खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख हाफिज सईद ने घटना के कुछ दिन पहले पीओके में आकर भारतीय जवानों के खिलाफ जहर उगला था। मगर बाद में पता चला कि यह खबर पुख्ता नहीं थी। दोनों इंटेलिजेंस एजेंसियों को यह जानकारी मुखबिरों से मिली थी। काफी सालों से इंटेलिजेंस सर्विसेज से जुड़े एक सीनियर ऑफिशल का मानना है कि दोनों एजेसियों को एक ही सोर्स से जानकारी मिली थी।