बुधवार, 2 जुलाई 2014

कुंभ के मेले में यूपी सरकार ने किया भारी घपला: कैग रिपोर्ट

लखनऊ। 
कुंभ के दौरान एक तरफ जहां श्रद्धालु आस्था के संगम में डुबकी लगा रहे थे, वहीं दूसरी तरफ सरकारी तंत्र भ्रष्टाचार में गोते लगा रहा था। यह खुलासा भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट में हुआ है। गौरतलब है कि यूपी के मंत्री आजम खां कुंभ मेला आयोजन कमिटी के अध्यक्ष थे। कैग रिपोर्ट में राज्य सरकार पर कई सवाल खड़े किए गए हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, राज्य सरकार ने पूरा मेला केंद्र के पैसे से निपटा दिया जबकि 70 फीसदी खर्च राज्य सरकार को करना था। अफसरों ने कागजों में एक ही वक्त में कई मजदूरों को दो-दो जगह काम करते हुए दिखा दिया। ऐसा ही ट्रैक्टरों के साथ किया गया। सरकारी फाइलों में एक नंबर के ट्रैक्टर से एक साथ दो जगह काम किया गया। मेले में सड़क चौड़ी करने, मरम्मत से लेकर घाटों के निर्माण, बैरिकेडिंग तक हर काम में घपला सामने आया है। अफसरों ने ठेकेदारों की कमाई करवाने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी।
सीएजी रिपोर्ट मंगलवार को विधानसभा में हंगामे के दौरान पेश की गई। इस पर सदन में कोई चर्चा भी नहीं हो सकी। रिपोर्ट के अनुसार, शहर, मेला स्थल, और रेलवे स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था की गई थी, लेकिन सभी कंट्रोल रूम आपस में जुड़े ही नहीं थे। इस वजह से रेलवे स्टेशन पर पुलिस को शहर की भीड़ का अनुमान ही नहीं लगा।
कुंभ के लिए खरीदी गई दवाओं में आधी से ज्यादा का उपयोग ही नहीं हुआ। कुछ तो एक्सपायर हो गईं और बाद में वे गरीबों के इलाज के इस्तेमाल में दिखा दी गईं। करीब आधे कल्पवासियों को बीपीएल दर पर राशन भी नहीं उपलब्ध कराया गया। जिन्हें मिला भी तो आधे से ज्यादा कुंभ मेला गुजर जाने के बाद।
-एजेंसी

IPL की डील का खुलासा करने वाली थी सुनंदा इसलिए मार दी

नई दिल्ली। 
भाजपा के वरिष्ठ नेता और मशहूर वकील सुब्रमण्यम स्वामी ने आरोप लगाया है कि सुनंदा पुष्कर ने कहा था कि वह आईपीएल सौदों का खुलासा करेगी। सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा का नाम भी सामने आया था। सुनंदा पुष्कर की हत्या हुई थी। सुप्रीम कोर्ट को इसकी जांच करानी चाहिए। एक समाचार चैनल से बातचीत में स्वामी ने कहा कि सुनंदा पुष्कर की मौत के मामले की जांच को लेकर मैं सुप्रीम कोर्ट में जुलाई के अंत तक याचिका दाखिल करूंगा। कांग्रेस के सहयोगी दल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने भी सुनंदा पुष्कर की संदिग्ध मौत के मामले की विस्तृत जांच कराए जाने की मांग की है। एनसीपी नेता और वकील माजिद मेमन ने कहा कि सुनंदा पुष्कर की मौत के मामले की जांच होनी चाहिए और शशि थरूर को इसमें सहयोग करना चाहिए।
एम्स के फोरेंसिक विभाग के प्रमुख डॉ. सुधीर गुप्ता ने आरोप लगाया है कि उन पर गलत पोस्टमार्टम देने के लिए दबाव बनाया गया था। उन्होंने कहा कि पूर्व स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद और शशि थरूर के दबाव में पोस्टमार्टम रिपोर्ट बदली गई थी। गुप्ता के आरोपों पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने एम्स के निदेशक से रिपोर्ट मांगी है।
सुधीर गुप्ता ने स्वास्थ्य मंत्रालय और मुख्त सतर्कता आयुक्त को पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि वरिष्ठ अधिकारियों ने सुनंदा पुष्कर की संदिग्ध मौत को प्राकृतिक मौत बताने के लिए दबाव बनाया था। सुधीर गुप्ता के नेतृत्व वाली फोरेंसिक टीम ने ही सुनंदा पुष्कर का पोस्टमार्टम किया था। गुप्ता ने कैट में हलफनामा दाखिल किया है। इसमें गुप्ता ने दावा किया कि गुलाम नबी आजाद ने उन पर गैर पेशेवर तरीके से काम करने के लिए दबाव डाला ताकि मामले को रफा दफा किया जाए।
गुप्ता ने दावा किया है कि जब वह दबाव के आगे नहीं झुके और रिपोर्ट में यह बताया कि सुनंदा पुष्कर की मौत जहर के कारण हुई थी तो उन्हें निशाना बनाया गया। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि गुप्ता ने अपने प्रमोशन को लेकर पत्र लिखा था लेकिन मीडिया ने यह रिपोर्ट किया कि पत्र में कुछ विशेष आरोप हैं। मैंने एम्स के डायरेक्टर को रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा है। गौरतलब है कि 18 जनवरी को दिल्ली के पांच सितारा होटल के एक कमरे में सुनंदा पुष्कर मृत पाई गई थी।
-एजेंसी
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