हालात का अंदाज मथुरा में आयेदिन घटने वाली उन
घटनाओं से लगाया जा सकता है जब किसी बड़े नेता या मंत्री के यहां आगमन पर
'लफंगों का तो वर्चस्व' कायम रहता है और 'निष्ठावान समाजवादी' उनके दीदार
तक करने को तरस जाते हैं।
(लीजेण्ड न्यूज़ विशेष)
अगस्त 2010 में एक हिंदी फिल्म रिलीज हुई थी, इस फिल्म का नाम था- 'लफंगे परिंदे'। यह फिल्म यशराज बैनर की थी और इसका समाजवादी पार्टी से दूर-दूर तक कोई ताल्लुक नहीं था। लेकिन ठीक सवा दो साल बाद इस फिल्म के 'टाइटिल' ने 'समाजवादी पार्टी' में एक किस्म का 'हंगामा' खड़ा कर दिया है।
(लीजेण्ड न्यूज़ विशेष)
अगस्त 2010 में एक हिंदी फिल्म रिलीज हुई थी, इस फिल्म का नाम था- 'लफंगे परिंदे'। यह फिल्म यशराज बैनर की थी और इसका समाजवादी पार्टी से दूर-दूर तक कोई ताल्लुक नहीं था। लेकिन ठीक सवा दो साल बाद इस फिल्म के 'टाइटिल' ने 'समाजवादी पार्टी' में एक किस्म का 'हंगामा' खड़ा कर दिया है।