(लीजेण्ड न्यूज़ विशेष)
योगीराज भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली, ब्रजभूमि तथा ब्रजवासियों के लिए कार्ष्णि गुरू शरणानंद, साध्वी ऋतंभरा और कृपालु महाराज जैसे धर्मगुरू क्या अब एक बोझ बन गये हैं ?
इन साधुवेशधारी तथाकथित धर्मगुरूओं द्वारा बड़े-बड़े मठ, मंदिर एवं आश्रमों के जरिये ब्रजभूमि में वास करके क्या सिर्फ और सिर्फ अपनी दुकानें चलाई जा रही हैं ?
कृष्ण की पटरानी कहलाने वाली यमुना के अस्तित्व पर ही ब्रजमण्डल में गहरा प्रश्नचिन्ह अंकित हो जाने के बावजूद यमुना को लेकर शुरू किये गये आंदोलन से गुरू शरणानंद, ऋतंभरा और कृपालु की उदासीनता क्या यही दर्शाती है ?
योगीराज भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली, ब्रजभूमि तथा ब्रजवासियों के लिए कार्ष्णि गुरू शरणानंद, साध्वी ऋतंभरा और कृपालु महाराज जैसे धर्मगुरू क्या अब एक बोझ बन गये हैं ?
इन साधुवेशधारी तथाकथित धर्मगुरूओं द्वारा बड़े-बड़े मठ, मंदिर एवं आश्रमों के जरिये ब्रजभूमि में वास करके क्या सिर्फ और सिर्फ अपनी दुकानें चलाई जा रही हैं ?
कृष्ण की पटरानी कहलाने वाली यमुना के अस्तित्व पर ही ब्रजमण्डल में गहरा प्रश्नचिन्ह अंकित हो जाने के बावजूद यमुना को लेकर शुरू किये गये आंदोलन से गुरू शरणानंद, ऋतंभरा और कृपालु की उदासीनता क्या यही दर्शाती है ?