(लीजेण्ड न्यूज़ विशेष)
युवा नेता अखिलेश यादव के चेहरे को कैश करके उत्तर प्रदेश की सत्ता पर काबिज हुई समाजवादी पार्टी अब 2014 के लोकसभा चुनावों में ऐसे ही किसी चमत्कार की उम्मीद भले ही पाले बैठी हो और उसके मुखिया मुलायम सिंह की नजर प्रधानमंत्री की कुर्सी पर लगी हो लेकिन लगता है कि प्रदेश की 'नौकरशाही' ने उनकी इस महत्वाकांक्षा को पूरा न होने देने की कसम खा ली है।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ही नहीं खुद सपा मुखिया भी बेशक नौकरशाहों को उनकी कारगुजारियों के लिए कई मर्तबा चेतावनी दे चुके हैं पर ठोस कार्यवाही के अभाव में अब तक सारी चेतावनियां बेनतीजा साबित हुई हैं और उसका संदेश जनता के बीच अच्छा नहीं जा रहा।
ऐसे में सपा मुखिया का सपना पूरा होना तो दूर, प्रदेश पर नियंत्रण रख पाना भी दिन-प्रतिदिन मुश्किल होता जायेगा।
अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी की सरकार को नौकरशाहों का एक वर्ग किस तरह सुनियोजित षड्यंत्र के तहत पूरी तरह फ्लॉप साबित करने पर तुला है, इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है आगरा में आवास-विकास परिषद् की जमीन को कब्जाकर 'बेनारा इन्फ्रास्ट्रक्चर्स डेवलपमेंट प्रा. लि.' द्वारा 'पंचशील सुपर लग्जरी आवासीय प्रोजेक्ट' खड़ा करना और प्रदेश के अपर आवास आयुक्त एवं सचिव द्वारा भूमाफियाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर तत्काल कठोर कार्यवाही किये जाने संबधी पत्र बार-बार लिखने के बावजूद आगरा के पुलिस-प्रशासन की ओर से आज तक न तो कोई कार्यवाही किया जाना तथा ना ही अवैध प्रोजेक्ट के निर्माण कार्य पर रोक लगवाना।
युवा नेता अखिलेश यादव के चेहरे को कैश करके उत्तर प्रदेश की सत्ता पर काबिज हुई समाजवादी पार्टी अब 2014 के लोकसभा चुनावों में ऐसे ही किसी चमत्कार की उम्मीद भले ही पाले बैठी हो और उसके मुखिया मुलायम सिंह की नजर प्रधानमंत्री की कुर्सी पर लगी हो लेकिन लगता है कि प्रदेश की 'नौकरशाही' ने उनकी इस महत्वाकांक्षा को पूरा न होने देने की कसम खा ली है।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ही नहीं खुद सपा मुखिया भी बेशक नौकरशाहों को उनकी कारगुजारियों के लिए कई मर्तबा चेतावनी दे चुके हैं पर ठोस कार्यवाही के अभाव में अब तक सारी चेतावनियां बेनतीजा साबित हुई हैं और उसका संदेश जनता के बीच अच्छा नहीं जा रहा।
ऐसे में सपा मुखिया का सपना पूरा होना तो दूर, प्रदेश पर नियंत्रण रख पाना भी दिन-प्रतिदिन मुश्किल होता जायेगा।
अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी की सरकार को नौकरशाहों का एक वर्ग किस तरह सुनियोजित षड्यंत्र के तहत पूरी तरह फ्लॉप साबित करने पर तुला है, इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है आगरा में आवास-विकास परिषद् की जमीन को कब्जाकर 'बेनारा इन्फ्रास्ट्रक्चर्स डेवलपमेंट प्रा. लि.' द्वारा 'पंचशील सुपर लग्जरी आवासीय प्रोजेक्ट' खड़ा करना और प्रदेश के अपर आवास आयुक्त एवं सचिव द्वारा भूमाफियाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर तत्काल कठोर कार्यवाही किये जाने संबधी पत्र बार-बार लिखने के बावजूद आगरा के पुलिस-प्रशासन की ओर से आज तक न तो कोई कार्यवाही किया जाना तथा ना ही अवैध प्रोजेक्ट के निर्माण कार्य पर रोक लगवाना।