chalo der se hi sahi... |
महाराष्ट्र में सहयोगी पार्टी कांग्रेस पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए एनसीपी नेता अजीत पवार ने रविवार को कहा कि उनके खिलाफ उठाए गए अनियमितता के मामलों का उद्देश्य कोयला ब्लॉक घोटाले से लोगों का ध्यान भटकाना था.
पवार ने कहा, ‘‘कोयला से हमारे चेहरे को काला करने का प्रयास किया जा रहा है.’’ सिंचाई घोटाले में नाम आने के बाद पिछले हफ्ते उन्होंने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था.
उन्होंने भले ही कांग्रेस का नाम नहीं लिया लेकिन तथ्यों से साफ था कि उनका गुस्सा अपने गठबंधन की सहयोगी पार्टी पर ही था.
पवार अहमदनगर जिले के अकोले में एक सभा में बोल रहे थे. इस्तीफा के बाद यह उनकी पहली सार्वजनिक सभा थी.
उन्होंने कहा कि एनसीपी की छवि को धूमिल करने का षड्यंत्र चल रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘जब तक लोग राकांपा के साथ हैं तब तक डरने की कोई बात नहीं है.’’
पवार ने कहा, ‘‘किसी ने मुझसे इस्तीफा नहीं मांगा लेकिन मैंने खुद से इस्तीफा दे दिया. बाद में इसे वापस लेने के लिए मैंने इस्तीफा नहीं दिया था.’’
‘‘बदनाम करने का अभियान’’ चलाने वालों से उन्होंने कहा, ‘‘भद्दे आरोप नहीं लगाएं और लोगों को भ्रमित नहीं करें.’’
पवार ने कहा, ‘‘मैं भले ही सरकार से बाहर हूं लेकिन लोगों के लिए काम करता रहूंगा.’’ राकांपा नेता ने कहा कि पार्टी कार्यालय में हर वृहस्पतिवार को वह पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे.
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