तिरुअनंतपुरम्। परिवार अदालत की ओर से तलाक संबंधी
याचिका को खारिज किए जाने से नाराज 62 वर्षीय व्यक्ति ने महिला दिवस के
अवसर पर एक महिला न्यायाधीश को कथित तौर पर तोहफे में चप्पलों का एक पैकेट
देने की कोशिश की।
वीवी प्रभाकरण नामक व्यक्ति शुक्रवार सुबह परिवार अदालत में एक पैकेट के साथ आया और उसने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर वह न्यायाधीश केवी प्रसन्ना कुमारी को एक तोहफा देना चाहता है।
वहां मौजूद लिपिक ने प्रभाकरण से कहा कि वह तोहफे को उनकी मेज से हटा ले लेकिन वह अपने पैकेट के साथ न्यायाधीश के कमरे की ओर बढ़ गया। न्यायाधीश ने जब उसे कमरे से बाहर जाने को कहा तो उसने मना कर दिया और उसे हटाने के लिए पुलिस बुलानी पड़ी।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि व्यक्ति उससे पूछताछ करने वाले वकीलों पर चिल्लाया। उसे हिरासत में ले लिया गया है। व्यक्ति ने तलाक का मुकदमा दायर किया था जिसे अदालत ने खारिज कर दिया था और उसने विरोध करते हुए आरोप लगाया कि परिवार अदालत पुरुषों को प्रताड़ित करने वाली अदालत में बदलती जा रही है।
वीवी प्रभाकरण नामक व्यक्ति शुक्रवार सुबह परिवार अदालत में एक पैकेट के साथ आया और उसने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर वह न्यायाधीश केवी प्रसन्ना कुमारी को एक तोहफा देना चाहता है।
वहां मौजूद लिपिक ने प्रभाकरण से कहा कि वह तोहफे को उनकी मेज से हटा ले लेकिन वह अपने पैकेट के साथ न्यायाधीश के कमरे की ओर बढ़ गया। न्यायाधीश ने जब उसे कमरे से बाहर जाने को कहा तो उसने मना कर दिया और उसे हटाने के लिए पुलिस बुलानी पड़ी।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि व्यक्ति उससे पूछताछ करने वाले वकीलों पर चिल्लाया। उसे हिरासत में ले लिया गया है। व्यक्ति ने तलाक का मुकदमा दायर किया था जिसे अदालत ने खारिज कर दिया था और उसने विरोध करते हुए आरोप लगाया कि परिवार अदालत पुरुषों को प्रताड़ित करने वाली अदालत में बदलती जा रही है।
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