शनिवार, 24 जनवरी 2015

'खेल' में भी चल रहा है एक बड़ा 'खेल'




ऑब्लाइज करने का मामला सूत्रों के मुताबिक, ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। BAI के अधिकारी अपने रिश्तेदारों, दोस्तों और करीबियों को 'घूमाने-फिराने' के लिए ऐसे टूर्नामेंट्स में एंट्री दिलाते रहते हैं। इस बात के प्रमाण तो नहीं कि इसके पीछे मकसद पैसा कमाने का है लेकिन मामला 'ऑब्लाइज' करने का जरूर है। सूत्र बताते हैं कि कई मौकों पर इस तरह से 'ऑब्लाइज' कर अपने काम निकाले जाते हैं या फिर पैसे बनाए जाते हैं।
किसको क्या फायदा? अगर कोई अपने पैसे से भी विदेश जाता है तो उसके लिए वीजा हासिल करना आसान नहीं होता। लेकिन, खेल के नाम पर दुनिया के किसी भी देश का वीजा आसानी से हासिल किया जा सकता है। यहां मामला शेनगेन वीजा का है। अगर कोई वरिष्ठ सरकारी अधिकारी अपने पैसे से भी विदेश जाना चाहता है तो उसको कई लेवल पर इसके लिए अनुमति हासिल करनी पड़ती है, जबकि टूर्नामेंट के बहाने वीजा और अनुमति आसान हो जाती है।
एसोसिएशन का 'नो कॉमेंट' इस मामले में BAI के सचिव डॉक्टर विजय सिन्हा से संपर्क करने पर उन्होंने कहा कि वह सैयद मोदी टूर्नामेंट के आयोजन में व्यस्त हैं और इस मामले में कोई कॉमेंट नहीं करना चाहते। एसोसिएशन के वाइज प्रेजिडेंट (ऐडमिनिस्ट्रेशन) टीपीएस पुरी ने भी टालमटोल करते हुए कहा कि आप सचिव से बात करें, जबकि पुरी पर ही इस तरह के मामलों में अप्रूवल देने और एंट्री भेजने की जिम्मेदारी है। उधर, मनमोहन शर्मा के घर से उनके स्टाफ ने बताया कि साहब विदेश खेलने गए हैं और फिलहाल उनके घर से कोई बात नहीं कर सकता।
किसका नुकसान? BWF ने जिस तरह टूर्नामेंट्स का वर्गीकरण किया है, उसमें इंटरनेशनल सीरीज सातवें नंबर पर आती है। जाहिर है इसमें कोई बड़ा स्टार या सीनियर खिलाड़ी नहीं खेलना चाहेगा लेकिन उभरते जूनियर खिलाड़ी इस टूर्नामेंट में जरूर हिस्सा लेना चाहेंगे क्योंकि विजेताओं को 2500 रैंकिंग पॉइंट मिलते हैं, जिससे भविष्य में उनकी इंटरनेशनल रैंकिंग सुधरने में मदद मिलती है। यहां सवाल है कि मनमोहन शर्मा और अपिंदर सभरवाल अपनी कौन सी रैंकिंग सुधारने वहां गए थे या भेजे गए थे? क्या इनकी जगह किसी उभरते खिलाड़ी को नहीं भेजा जा सकता था?
-एजेंसी
क्या आपको यकीन होगा कि रेकजाविक में चल रहे आइसलैंड इंटरनेशनल सीरीज बैडमिंटन में भारत का प्रतिनिधित्व 50 साल के एक रेफरी और 47 साल के एक सीनियर पुलिस अधिकारी कर रहे हैं। आप मानें या ना मानें ये बिल्कुल सच है कि तरणतारण के एसएसपी मनोमहन कुमार शर्मा और दिल्ली निवासी बैडमिंटन रेफरी अपिंदर सभरवाल को बैडमिंटन असोसिएशन ऑफ इंडिया (BAI) के कर्ता-धर्ताओं ने बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन (BWF) के एक मान्यता प्राप्त इंटरनैशनल सीरीज टूर्नामेंट में हिस्सा लेने भेजा है। इन दोनों 'खिलाड़ियों' ने वहां पहले दौर में ही वॉकओवर भी दे दिया है और यूरोपीय देश की यात्रा का लुत्फ उठा रहे हैं।

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