शुक्रवार, 29 मार्च 2013

भारतीय व्यंजनों में रहस्यमयी मांस

लंदन। घर ले जाकर खाए जा सकने वाले कुछ भारतीय व्यंजनों में संदिग्ध मांस मिलने के साथ ही यूरोप में घोड़े के मांस पर चल रहे विवाद ने नया मोड़ ले लिया है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि यह मांस ‘कुत्ते या बिल्ली’ का भी हो सकता है।
बीबीसी ने अपने वृत्तचित्र ‘हॉर्स मीट बैंक्वेट’ में यह खुलासा किया है कि भारतीय व्यंजन ‘तरी वाला मांस’ की जांच करने के बाद उसमें बकरे, मुर्गे, सूअर, भेड़, गाय या फिर घोड़े के मांस का भी निशान नहीं मिला है।
इसमें मानव मांस के उपयोग की आशंका को भी खारिज किया गया है। यहां बुधवार को प्रसारित हुए वृत्तचित्र के भाग के रूप में वैज्ञानिकों ने लंदन के कई जगहों से ‘घर ले जाकर खाए जाने वाले’ भोजन का परीक्षण किया था।
प्रस्तोता रिक एडवर्ड ने जब कहा कि भारतीय व्यंजनों में मिला यह अज्ञात मांस बिल्ली या कुत्ते का हो सकता है तो इस पर आहारविज्ञ सुरीन्दर फुल्ल ने कहा कि इसमें ऐसे किसी भी जानवर के मांस का उपयोग किया गया है जिसका मांस बकरे से मिलता-जुलता है।
कार्यक्रम के प्रवक्ता ने कहा, फिलहाल प्रयोगशाला यह पहचान करने में असफल है कि मांस किस जानवर का है।
अन्य परीक्षणों में यह भी खुलासा हुआ है कि ‘गाय के मांस’ से बने कुछ लोकप्रिय चीनी व्यंजनों में पूरी तरह से मुर्गे के रक्त और छोटे आकार के मुर्गों के मांस का उपयोग किया गया है।
ब्रिटेन में घर ले जाकर खाए जाने वाले व्यंजनों में भारतीय और चीनी व्यंजन सबसे लोकप्रिय हैं और इस नवीन खुलासे ने पूरे देश में परोसे जा रहे विभिन्न जानवरों के मांस के कठोर परीक्षण की मांग को फिर से हवा दे दी है।
इस महीने के आरंभ में स्कॉटलैंड के एक तिहाई रेस्‍त्रां में बकरे के मांस के स्थान पर सस्ता ‘गाय का मांस’ परोसे जाने की बात सामने आने पर ब्रिटेन के हिन्दू समूहों ने सरकार से कठोर मानदंड लागू करने की मांग की थी।
हिन्दू काउंसिल यूके के प्रबंध निदेशक अनिल भनोट ने कहा, यह मुद्दा धार्मिक चिंता को बढ़ाता है। मांस खाने वाले कुछ हिन्दू गाय का मांस नहीं खाना चाहेंगे क्योंकि गाय को हमारे धर्म में पूजनीय माना गया है।
उन्होंने कहा कि हम सरकार से मांग करते हैं कि वह इस संबंध में सख्त मानदंड लागू करे कि परोसा जा रहा या बेचा जा रहा प्रसंस्कृत मांस कहां से आया है और किस जानवर का है, यह स्पष्ट हो और उसके बारे में साफ तौर पर बताया गया हो।    -बीबीसी

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

कृपया बताते चलें कि ये पोस्‍ट कैसी लगी ?

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...