शुक्रवार, 31 मई 2013

27 बड़े नेता नक्सलियों के निशाने पर

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सहित 27 बड़े नेता नक्सलियों के निशाने पर हैं.
गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक छत्तीसगढ़ में कांग्रेस काफिले पर हमले के बाद नक्सलियों के हौसले बुलंद हैं. एक हजार नक्सली कैडर समेत टॉप कमाण्डरों की बैठक हुई है.
बैठक सरांडा के जंगलों में हुई थी. यह जगह झारखण्ड, छत्तीसगढ़ और ओडिशा की सीमा पर है. पांच घंटे तक चली बैठक में भविष्य में बड़े हमलों की योजना बनाई गई. इसमें देश के बड़े नेताओं की हिट लिस्ट तैयार की गई.
बताया जाता है कि नक्सलियों की हिट लिस्ट में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, वित्त मंत्री पी. चिदंबरम, गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे, भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी, ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश, पंजाब के राज्यपाल शिवराज पाटिल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह, टीडीपी नेता चंद्रबाबू नायडू, महाराष्ट्र के गृह मंत्री आरआर पाटिल, झारखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह, वेंकैया नायडू समेत 27 बड़े नेता हैं.
नक्सलियों ने सुकमा कलेक्टर के नाम पत्र जारी कर सलवा जुडूम के नेताओं को जान से मारने की धमकी दी है.
नक्सलियों ने बस्तर में तैनात सीआरपीएफ को हटाने की मांग की है और उनके खिलाफ चल रहे ऑपरेशन ग्रीन हंट को बंद करने को कहा है. विकास यात्रा और कांग्रेस परिवर्तन यात्रा को बंद करने की चेतावनी दी है.
नक्सलियों के जेल में बंद साथियों को भी रिहा करने की मांग दरभा कमेटी ने पत्र में किया है.
पत्र में नक्सलियों ने सलवा जुडूम नेता राम भगत कुशवाहा, सोयम मुका, बोडु रामा, पी विजय, कोर्रसा संतु, राजेन्द्र वर्मा, जोगा, बलवंत, दुब्बा होड़ा का आमता मांझी, पदामनंदा, रामेश्वर तापडिय़ा, मनोज यादव, विनोद तिवारी, उमेश सिंह, पुलिस के मददगार दीपक चौहान, ठेकेदार अली, प्रमोद राठौर पर गंभीर आरोप लगाते हुए जान से मारने की धमकी दी है.
नक्सलियों की फेसबुक पर प्रोफाइल!
नक्सलियों के हाईटेक तकनीक से लैस होने की खबरें भी लगातार सामने आ रही हैं. फेसबुक पर नक्सल छत्तीसगढ़ नाम से बाकायदा एक प्रोफाइल बना हुआ है.
इसमें नक्सलियों की ताजा घटनाओं की तस्वीरें भी अपलोड की जा रही हैं. इसके अलावा दरभा के झीरम घाटी में हुई नक्सली वारदात के मास्टर माइंड माने जाने वाले गगन्ना सहित अन्य शीर्ष के नक्सली नेताओं की जानकारियों भी इसमें पोस्ट की गयी है.
फेसबुक के जरिये नक्सली अपनी गतिविधियों और हर बड़ी घटनाओं को आम लोगों के बीच साझा कर रहे हैं. इस प्रोफाइल में बीते 25 मई को दरभा घाटी में हुए नक्सल हमले की तस्वीरें भी अपलोड की गई हैं.
200 नक्सलियों के खिलाफ मामला दर्ज
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के सुकमा में कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा से लौट रहे नेताओं के काफिले पर नक्सली हमला के मामले में लगभग 200 नक्सलियों के खिलाफ दरभा थाने में मामला दर्ज किया गया. इसमें गणेश उइके, गुड्स उसेंडी, रमन्ना, सुमित्रा और पांडू सहित लगभग 60 महिला नक्सली भी शामिल हैं.
वहीं गुरुवार को गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि वह नक्सल समस्या की गंभीरता को जानते हैं। जो राजनेता नक्सल प्रभावित राज्यों में सक्रिय हैं उन्हें सरकार पूरी सुरक्षा देगी. गृहमंत्री ने यह भी कहा कि हमें इस बात की जानकारी है कि नक्सली अब शहरी इलाकों में हमले कर सकते हैं.
लोक का तंत्र से उठा भरोसा, नक्सली ही हैं सहारा
सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर ने छिंदवाड़ा जिले की पेंच परियोजना का विरोध करते हुए कहा कि इस प्रोजेक्ट के कारण आदिवासी समेत अन्य किसानों की जमीनें डूब क्षेत्र में आ रही हैं।
सरकार इन किसानों की बात को गंभीरता से सुनने की बजाय झूठे दस्तावेज के आधार पर इस परियोजना को पूरा करने के प्रयास में जुटी है।
पाटकर के मुताबिक प्रोजेक्ट का विरोध कर रहे आदिवासियों का अब अहिंसक आंदोलन से विश्वास उठ चुका है। उनमें यह भावना बलवती हो रही है कि उन्हें केवल नक्सली ही बचा सकते हैं। नक्सलियों के हस्तक्षेप से ही परियोजना को रोका जा सकता है। नर्मदा बचाओ आंदोलन की संयोजक मेधा पाटकर ने मध्य प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि अडानी पावर प्लांट को पानी देने के लिए 10 हजार परिवारों की जमीन डूब में डाली जा रही है।
अडानी के प्रोजेक्ट के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय शहरी विकास मंत्री कमलनाथ ने हाथ मिला लिया है। वहीं, डूब क्षेत्र के किसानों की आवाज नहीं सुनी जा रही है। पाटकर के मुताबिक राज्य सरकार ने 18 अक्टूबर को इस क्षेत्र में अडानी पावर प्लांट लगाने की मंजूरी बिना जल और कोल आवंटन के दे दी।
-एजेंसी

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