नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान और दुनिया
के 16वें सबसे अमीर खिलाड़ी महेन्द्र सिंह धोनी प्राकृतिक आपदा का कहर झेल
रहे अपने गृहराज्य उतराखंड को ही भूल गए हैं।
उतराखंड की जलप्रलय में करीब 1000 लोग मारे जा चुके हैं और यह संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है।
उतराखंड के कई गांव सिरे से ही साफ हो गए हैं। देश विदेश में अनेक हस्तियों और संस्थाओं ने विपदा की इस घड़ी में उतराखंड की मदद के लिए अपने हाथ बढाए हैं लेकिन कप्तान धोनी ने ऐसे समय में अपने गृहराज्य को भुला दिया है।
टीम इंडिया में उनके युवा साथी खिलाड़ी और तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने उतराखंड के पीड़ितों के लिए अपनी तरफ से एक लाख रपए देने की घोषणा की है जबकि टीम इंडिया से बाहर चल रहे आफ स्पिनर हरभजन सिंह ने भी दस लाख रुपए की मदद दी है।
हरभजन अपने परिवार के सदस्यों के साथ कुछ दिनों तक जोशीमठ में फंसे रहे थे।
आईसीसी चैंपियंस ट्राफी में सवाधिक रनों के लिए गोल्डन बैट हासिल करने वाले दिल्ली के बल्लेबाज शिखर धवन ने अपना यह पुरस्कार उतराखंड त्रासदी के पीडितों को समर्पित किया था।
लेकिन उतराखंड में अल्मोड़ा जिले के ल्वाली गांव के मूल निवासी धोनी ने अपने गृहराज्य की सुध तक नहीं ली।(एजेंसी)
उतराखंड की जलप्रलय में करीब 1000 लोग मारे जा चुके हैं और यह संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है।
उतराखंड के कई गांव सिरे से ही साफ हो गए हैं। देश विदेश में अनेक हस्तियों और संस्थाओं ने विपदा की इस घड़ी में उतराखंड की मदद के लिए अपने हाथ बढाए हैं लेकिन कप्तान धोनी ने ऐसे समय में अपने गृहराज्य को भुला दिया है।
टीम इंडिया में उनके युवा साथी खिलाड़ी और तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने उतराखंड के पीड़ितों के लिए अपनी तरफ से एक लाख रपए देने की घोषणा की है जबकि टीम इंडिया से बाहर चल रहे आफ स्पिनर हरभजन सिंह ने भी दस लाख रुपए की मदद दी है।
हरभजन अपने परिवार के सदस्यों के साथ कुछ दिनों तक जोशीमठ में फंसे रहे थे।
आईसीसी चैंपियंस ट्राफी में सवाधिक रनों के लिए गोल्डन बैट हासिल करने वाले दिल्ली के बल्लेबाज शिखर धवन ने अपना यह पुरस्कार उतराखंड त्रासदी के पीडितों को समर्पित किया था।
लेकिन उतराखंड में अल्मोड़ा जिले के ल्वाली गांव के मूल निवासी धोनी ने अपने गृहराज्य की सुध तक नहीं ली।(एजेंसी)
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