आम्रपाली रियल इस्टेट कंपनी में 25 फीसद के हिस्सेदार हैं साक्षी-माही
साक्षी-धोनी कई अन्य कंपनियों के भी हैं डायरेक्टर
पहले श्रीलंका और अब ऑस्ट्रेलिया को हरा कर खुशी मना रहे भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का कारोबारी दायर और ज्यादा फैला होने की खबरें आ रही हैं। आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग की जांच तेज होने के समानांतर धोनी का 'कॉरपोरेट चेहरा' भी लगातार सामने आ रहा है।
जब महेंद्र सिंह धोनी का कैरियर लंबी छलांग लगा रहा था, उनके व्यापारिक हित भी उसी तरह से बढ़ रहे थे। माना जाता है कि अपने तेजी से बढ़ रहे साम्राज्य के लिए धोनी ने अपनी पत्नी साक्षी को कुछ कंपनीज में हिस्सेदार बनाया। कंपनी मामलों के मंत्रालय की
वेबसाइट बताती है कि साक्षी धोनी कई कंपनियों की डायरेक्टर भी हैं। वह आम्रपाली रियल इस्टेट कंपनी में 25 फीसद की हिस्सेदार हैं। उनकी हिस्सेदारी वाली फर्म का नाम आम्रपाली माही डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड है जिसमें धोनी के निकनेम माही का प्रयोग हुआ है। इसके साथ ही धोनी आम्रपाली के ब्रांड अंबेसडर हैं और उसके विज्ञापनों में भी खूब देखे जाते हैं। आम्रपाली की वेबसाइट खोलते ही धोनी दिखाई देते हैं।
वहीं दूसरी तरफ धोनी के पुराने दोस्त वाराणसी निवासी अरुण पाण्डेय ने सफाई तो दे दी है कि रिति स्पोर्ट्स में धोनी की कोई हिस्सेदारी नहीं है लेकिन कंपनी मामलों के मंत्रालय में जो कागजात जमा हैं, वह कुछ दूसरी ही कहानी कह रहे हैं। कागजातों के मुताबिक अरुण पाण्डेय की रिति स्पोर्ट्स मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के कुल 2 लाख शेयरों में से अरुण के पास 1,67,499 शेयर, धोनी के 30 हजार, प्रतिमा पाण्डेय के पास 1250 और सुभावती पाण्डेय के पास 1251 शेयर्स हैं। कंपनी का दावा है कि धोनी के शेयर्स प्रमोटर्स को बेच दिए गए, लेकिन इसका कोई रिकॉर्ड नहीं है।
3 अप्रैल 2012 को बनी रिति एमएसडी आलमोड प्राइवेट लिमिटेड के कुल 10 हजार शेयर्स में से धोनी के पास 6400 शेयर्स, साक्षी धोनी के पास 100 शेयर्स, अरुण पाण्डेय के पास 3000 शेयर्स और रिति स्पोर्ट्स के पास 500 शेयर्स हैं। इसी वर्ष मार्च में बनाई गई कंपनी स्पोर्ट्सफिट वर्ल्ड ओवरसीज प्राइवेट लिमिटेड के कुल 10 हजार शेयर्स में से रिति एमएसडी के पास 7300 शेयर्स, अरुण पाण्डेय के पास 100 शेयर्स और साजिद शमीम के पास 2600 शेयर्स हैं।
-एजेंसी
साक्षी-धोनी कई अन्य कंपनियों के भी हैं डायरेक्टर
पहले श्रीलंका और अब ऑस्ट्रेलिया को हरा कर खुशी मना रहे भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का कारोबारी दायर और ज्यादा फैला होने की खबरें आ रही हैं। आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग की जांच तेज होने के समानांतर धोनी का 'कॉरपोरेट चेहरा' भी लगातार सामने आ रहा है।
जब महेंद्र सिंह धोनी का कैरियर लंबी छलांग लगा रहा था, उनके व्यापारिक हित भी उसी तरह से बढ़ रहे थे। माना जाता है कि अपने तेजी से बढ़ रहे साम्राज्य के लिए धोनी ने अपनी पत्नी साक्षी को कुछ कंपनीज में हिस्सेदार बनाया। कंपनी मामलों के मंत्रालय की
वेबसाइट बताती है कि साक्षी धोनी कई कंपनियों की डायरेक्टर भी हैं। वह आम्रपाली रियल इस्टेट कंपनी में 25 फीसद की हिस्सेदार हैं। उनकी हिस्सेदारी वाली फर्म का नाम आम्रपाली माही डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड है जिसमें धोनी के निकनेम माही का प्रयोग हुआ है। इसके साथ ही धोनी आम्रपाली के ब्रांड अंबेसडर हैं और उसके विज्ञापनों में भी खूब देखे जाते हैं। आम्रपाली की वेबसाइट खोलते ही धोनी दिखाई देते हैं।
वहीं दूसरी तरफ धोनी के पुराने दोस्त वाराणसी निवासी अरुण पाण्डेय ने सफाई तो दे दी है कि रिति स्पोर्ट्स में धोनी की कोई हिस्सेदारी नहीं है लेकिन कंपनी मामलों के मंत्रालय में जो कागजात जमा हैं, वह कुछ दूसरी ही कहानी कह रहे हैं। कागजातों के मुताबिक अरुण पाण्डेय की रिति स्पोर्ट्स मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के कुल 2 लाख शेयरों में से अरुण के पास 1,67,499 शेयर, धोनी के 30 हजार, प्रतिमा पाण्डेय के पास 1250 और सुभावती पाण्डेय के पास 1251 शेयर्स हैं। कंपनी का दावा है कि धोनी के शेयर्स प्रमोटर्स को बेच दिए गए, लेकिन इसका कोई रिकॉर्ड नहीं है।
3 अप्रैल 2012 को बनी रिति एमएसडी आलमोड प्राइवेट लिमिटेड के कुल 10 हजार शेयर्स में से धोनी के पास 6400 शेयर्स, साक्षी धोनी के पास 100 शेयर्स, अरुण पाण्डेय के पास 3000 शेयर्स और रिति स्पोर्ट्स के पास 500 शेयर्स हैं। इसी वर्ष मार्च में बनाई गई कंपनी स्पोर्ट्सफिट वर्ल्ड ओवरसीज प्राइवेट लिमिटेड के कुल 10 हजार शेयर्स में से रिति एमएसडी के पास 7300 शेयर्स, अरुण पाण्डेय के पास 100 शेयर्स और साजिद शमीम के पास 2600 शेयर्स हैं।
-एजेंसी
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