इसे जल्दी से जल्दी खबरों को प्रकाशित करने का
श्रेय लेने की आपाधापी कहें या सस्ती प्रतिस्पर्धा का नमूना कि सत्यता
का पता लगाये बिना मथुरा के एक होटल में पोर्न क्लिप बनाये जाने का समाचार
लगभग सभी बड़े अखबारों ने प्रमुखता से प्रकाशित कर दिया जबकि मथुरा के
होटल में वह क्लिप बनी ही नहीं थी।
अखबारों ने मनगढ़ंत कहानी बनाकर यहां तक छाप दिया कि होटल संचालक व उनके भाई को नोएडा पुलिस अरेस्ट करके ले गई है।
अब होटल संचालक द्वारा उन सभी अखबारों को लीगल नोटिस भेजने की तैयारी की जा रही है जिन्होंने अपने अहम की तुष्टि के लिए न सिर्फ पत्रकारिता को कलंकित करने का काम किया बल्कि होटल संचालक व उनके भाई का मान-सम्मान प्रभावित करने की कोशिश की।
होटल संचालक के भाई भी लंबे समय से इलैक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े हैं और फिलहाल आईबीएन-7 के लिए आगरा में काम करते हैं।
गौरतलब है कि काफी समय पहले नोएडा से एक दंपत्ति घूमने निकला। यह दंपत्ति मथुरा के धौली प्याऊ स्थित होटल आदित्य में भी रुका। यहां से वह राजस्थान चला गया।
कुछ समय बाद इस दंपत्ति को पता लगा कि उसकी अंतरंग वीडियो क्लिप किसी पोर्न साइट पर डाल दी गई है।
दंपत्ति ने इसकी शिकायत नोएडा पुलिस से की लिहाजा मुकद्दमा दर्ज कर जांच साइबर सैल के हवाले कर दी गई।
चूंकि यह दंपत्ति मथुरा के आदित्य होटल में ठहरकर राजस्थान गया था इसलिए नोएडा पुलिस ने मथुरा आकर जांच करना जरूरी समझा। उधर जिस पोर्न साइट पर दंपत्ति का अंतरंग वीडियो क्लिप अपलोड किया गया था उससे जुड़े दो युवकों को नोएडा पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी।
मथुरा में होटल आदित्य की जांच करने पर नोएडा पुलिस को मालूम हुआ कि दंपत्ति के वीडियो क्लिप का इस होटल या इसके संचालकों से कोई संबंध नहीं है लेकिन पुलिस ने उनसे जांच में सहयोग करने को कहा लिहाजा होटल संचालक मनीष मिश्रा व आईबीएन-7 से जुड़े उनके बड़े भाई विमल मिश्रा पुलिस के चले जाने पर खुद नोएडा जा पहुंचे ताकि सच्चाई सामने आ सके।
इस बीच आगरा से प्रकाशित लगभग सभी तथाकथित बड़े अखबारों ने सच्चाई जाने बिना मिर्च-मसाला लगाकर यहां तक छाप दिया कि मथुरा के होटल में नोएडा के दंपत्ति की पोर्न क्लिप बनाई गई। होटल संचालक व उनके भाई को नोएडा पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
कुछ अखबारों ने इन दोनों भाइयों को सेक्स रैकेट का हिस्सा तक बता डाला और लिखा कि मथुरा के तमाम दूसरे होटल व गैस्ट हाउसेस में भी यह खेल चल रहा है।
कुछ अखबारों ने मनीष मिश्रा, विमल मिश्रा सहित होटल का नाम तक छापने से गुरेज नहीं किया जबकि कुछ ने पहचान छिपाकर खबर को प्रमुखता दी।
लीजेण्ड न्यूज़ जब इस सारे मामले की तह में गया तो नोएडा पुलिस से पता लगा कि दंपत्ति का अंतरंग वीडियो क्लिप राजस्थान के दौसा में बनाया गया था। मथुरा में यह दंपत्ति ठहरा जरूर था लेकिन मथुरा में ऐसा कुछ नहीं हुआ जो गैरकानूनी या आपत्तिजनक हो।
नोएडा पुलिस ने यह जानकारी भी दी कि होटल आदित्य के संचालक मनीष मिश्रा ने जिम्मेदारी का परिचय देते हुए खुद नोएडा पहुंचकर पुलिस को सहयोग किया जो एक उदाहरण है।
इस बारे में पूछे जाने पर मनीष मिश्रा ने कहा कि मथुरा के पत्रकारों ने जिस तरह सच्चाई का पता लगाये बिना हमारे मान-सम्मान को प्रभावित करने का प्रयास किया और जर्नलिज्म के नियमों को ताक पर रखकर हमसे बात तक करने की जरूरत नहीं समझी, उसके लिए उन्हें हम लीगल नोटिस देने की तैयारी कर रहे हैं जिससे भविष्य में वह किसी अन्य सभ्रांत परिवार के साथ ऐसा करने की हिमाकत न करें।
उन्होंने बताया कि अखबारों के समाचारों से साफ ज़ाहिर है कि उनका मक़सद सिर्फ लोगों को जानकारी देना न होकर कुछ ऐसा था जिससे हमारी सामाजिक प्रतिष्ठा धूमिल हो और हमारे व्यापार पर भी इसका असर पड़े।
मनीष मिश्रा ने कहा कि ऐसी मानसिकता वाले पत्रकारिता से जुड़े लोगों को सबक सिखाना जनहित में आवश्यक है और हम वही करने जा रहे है।
अखबारों ने मनगढ़ंत कहानी बनाकर यहां तक छाप दिया कि होटल संचालक व उनके भाई को नोएडा पुलिस अरेस्ट करके ले गई है।
अब होटल संचालक द्वारा उन सभी अखबारों को लीगल नोटिस भेजने की तैयारी की जा रही है जिन्होंने अपने अहम की तुष्टि के लिए न सिर्फ पत्रकारिता को कलंकित करने का काम किया बल्कि होटल संचालक व उनके भाई का मान-सम्मान प्रभावित करने की कोशिश की।
होटल संचालक के भाई भी लंबे समय से इलैक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े हैं और फिलहाल आईबीएन-7 के लिए आगरा में काम करते हैं।
गौरतलब है कि काफी समय पहले नोएडा से एक दंपत्ति घूमने निकला। यह दंपत्ति मथुरा के धौली प्याऊ स्थित होटल आदित्य में भी रुका। यहां से वह राजस्थान चला गया।
कुछ समय बाद इस दंपत्ति को पता लगा कि उसकी अंतरंग वीडियो क्लिप किसी पोर्न साइट पर डाल दी गई है।
दंपत्ति ने इसकी शिकायत नोएडा पुलिस से की लिहाजा मुकद्दमा दर्ज कर जांच साइबर सैल के हवाले कर दी गई।
चूंकि यह दंपत्ति मथुरा के आदित्य होटल में ठहरकर राजस्थान गया था इसलिए नोएडा पुलिस ने मथुरा आकर जांच करना जरूरी समझा। उधर जिस पोर्न साइट पर दंपत्ति का अंतरंग वीडियो क्लिप अपलोड किया गया था उससे जुड़े दो युवकों को नोएडा पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी।
मथुरा में होटल आदित्य की जांच करने पर नोएडा पुलिस को मालूम हुआ कि दंपत्ति के वीडियो क्लिप का इस होटल या इसके संचालकों से कोई संबंध नहीं है लेकिन पुलिस ने उनसे जांच में सहयोग करने को कहा लिहाजा होटल संचालक मनीष मिश्रा व आईबीएन-7 से जुड़े उनके बड़े भाई विमल मिश्रा पुलिस के चले जाने पर खुद नोएडा जा पहुंचे ताकि सच्चाई सामने आ सके।
इस बीच आगरा से प्रकाशित लगभग सभी तथाकथित बड़े अखबारों ने सच्चाई जाने बिना मिर्च-मसाला लगाकर यहां तक छाप दिया कि मथुरा के होटल में नोएडा के दंपत्ति की पोर्न क्लिप बनाई गई। होटल संचालक व उनके भाई को नोएडा पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
कुछ अखबारों ने इन दोनों भाइयों को सेक्स रैकेट का हिस्सा तक बता डाला और लिखा कि मथुरा के तमाम दूसरे होटल व गैस्ट हाउसेस में भी यह खेल चल रहा है।
कुछ अखबारों ने मनीष मिश्रा, विमल मिश्रा सहित होटल का नाम तक छापने से गुरेज नहीं किया जबकि कुछ ने पहचान छिपाकर खबर को प्रमुखता दी।
लीजेण्ड न्यूज़ जब इस सारे मामले की तह में गया तो नोएडा पुलिस से पता लगा कि दंपत्ति का अंतरंग वीडियो क्लिप राजस्थान के दौसा में बनाया गया था। मथुरा में यह दंपत्ति ठहरा जरूर था लेकिन मथुरा में ऐसा कुछ नहीं हुआ जो गैरकानूनी या आपत्तिजनक हो।
नोएडा पुलिस ने यह जानकारी भी दी कि होटल आदित्य के संचालक मनीष मिश्रा ने जिम्मेदारी का परिचय देते हुए खुद नोएडा पहुंचकर पुलिस को सहयोग किया जो एक उदाहरण है।
इस बारे में पूछे जाने पर मनीष मिश्रा ने कहा कि मथुरा के पत्रकारों ने जिस तरह सच्चाई का पता लगाये बिना हमारे मान-सम्मान को प्रभावित करने का प्रयास किया और जर्नलिज्म के नियमों को ताक पर रखकर हमसे बात तक करने की जरूरत नहीं समझी, उसके लिए उन्हें हम लीगल नोटिस देने की तैयारी कर रहे हैं जिससे भविष्य में वह किसी अन्य सभ्रांत परिवार के साथ ऐसा करने की हिमाकत न करें।
उन्होंने बताया कि अखबारों के समाचारों से साफ ज़ाहिर है कि उनका मक़सद सिर्फ लोगों को जानकारी देना न होकर कुछ ऐसा था जिससे हमारी सामाजिक प्रतिष्ठा धूमिल हो और हमारे व्यापार पर भी इसका असर पड़े।
मनीष मिश्रा ने कहा कि ऐसी मानसिकता वाले पत्रकारिता से जुड़े लोगों को सबक सिखाना जनहित में आवश्यक है और हम वही करने जा रहे है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
कृपया बताते चलें कि ये पोस्ट कैसी लगी ?