बेंगलूरू। पूर्व मुख्यमंत्री सदानंद गौड़ा और
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अन्य नेताओं पर गंभीर आरोप लगाने वाले राज्य
के आबकारी मंत्री एम. पी. रेणुकाचार्य को बुधवार को जगदीश शेट्टार
मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया गया। राजभवन की एक विज्ञप्ति के अनुसार
राज्यपाल एच. आर. भारद्वाज ने मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार की सिफारिश
स्वीकार करते हुए रेणुकाचार्य को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया।
होन्नाली से विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री बी. एस. येदीयुरप्पा के समर्थक रेणुकाचार्य ने गौड़ा, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष प्रहलाद जोशी, उप मुख्यमंत्री के. एस. ईश्वरप्पा और पार्टी महासचिव अनंत कुमार के खिलाफ बयान दे रहे थे।
उन्होंने गौड़ा पर धन उगाही का भी आरोप लगाया था। रेणुकाचार्य ने कहा था कि गौड़ा की मांग पर उन्हें तीन बार धन दिया था। रेणुकाचार्य के आरोपों से क्षुब्ध जोशी ने मंगलवार रात उन्हें छह वर्षों के लिए भाजपा से निष्कासित कर दिया था और उनकी पार्टी से उनकी सदस्यता समाप्त कर दी थी। रेणुकाचार्य ने संकेत दिया था कि वह येदीयुरप्पा की पार्टी कर्नाटक जनता पक्ष की सदस्यता शीघ्र ग्रहण करेंगे।
होन्नाली से विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री बी. एस. येदीयुरप्पा के समर्थक रेणुकाचार्य ने गौड़ा, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष प्रहलाद जोशी, उप मुख्यमंत्री के. एस. ईश्वरप्पा और पार्टी महासचिव अनंत कुमार के खिलाफ बयान दे रहे थे।
उन्होंने गौड़ा पर धन उगाही का भी आरोप लगाया था। रेणुकाचार्य ने कहा था कि गौड़ा की मांग पर उन्हें तीन बार धन दिया था। रेणुकाचार्य के आरोपों से क्षुब्ध जोशी ने मंगलवार रात उन्हें छह वर्षों के लिए भाजपा से निष्कासित कर दिया था और उनकी पार्टी से उनकी सदस्यता समाप्त कर दी थी। रेणुकाचार्य ने संकेत दिया था कि वह येदीयुरप्पा की पार्टी कर्नाटक जनता पक्ष की सदस्यता शीघ्र ग्रहण करेंगे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
कृपया बताते चलें कि ये पोस्ट कैसी लगी ?