नई दिल्ली । इंडियन प्रीमियर लीग छह (आईपीएल) के
चेयरमैन पद से इस्तीफा देने के बाद राजीव शुक्ला समूचे झमेले से बाहर निकल
पाए हों, ऎसा नहीं दिख रहा।
आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी ने शुक्ला को दोषी ठहराते हुए कहा कि इस्तीफा देकर वह अपनी गलतियों से बच नहीं सकते। मालूम हो कि शुक्ला ने यह कहते हुए इस्तीफा दिया है कि अब आईपीएल समाप्त हो चुका है इसलिए अब इस पद पर बने रहने का कोई औचित्य नहीं रह जाता।
मोदी ने अपने टि्वटर पेज पर लिखा "राजीव शुक्ला, आपका इस्तीफा आपको आपकी गलतियों से बचा नहीं सकता। यह तो स्वीकार करें कि आप रबर स्टैंप थे या साजिश में शामिल थे।
उन्होंने कहा कि क्या राजीव शुक्ला का इस्तीफा उन्हें आईपीएल के झमेले से मुक्त करता है?
नहीं, आप आईपीएल के अध्यक्ष थे। आपके सामने सब हुआ। या तो आप अक्षम हैं या साजिश में शामिल।
कुछ भी हो, आपको दोष अपने सिर लेना ही होगा। मोदी ने यह भी कहा कि बीसीसीआई कार्यसमिति की रविवार होने वाली आपात बैठक महज धोखा है और आमसभा की विशेष बैठक बुलाई जानी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि एसजीएम से कम कुछ भी स्वीकार्य नहीं है, उसके लिए दबाव बनाना होगा।
उधर, पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी एवं भाजपा नेता कीर्ति आजाद ने शुक्ला के इस्तीफे पर सवाल उठाते हुए कहा कि वे बीते 21 दिन से क्या कर रहे थे। आईपीएल में फिक्सिंग और सट्टेबाजी उजागर होने के बाद अब जाकर उन्हें इस्तीफा देने की सूझी। लगातार चुप्पी साधे रहने के पीछे क्या कारण रहे, उन्हें बताना होगा। उन्होंने स्वेच्छा से नहीं बल्कि दबाव में आकर राजनीतिक फायदे के लिए इस्तीफा दिया है।
सूत्रों के अनुसार आईपीएल में जिस तरह से फिक्सिंग और सट्टेबाजी के कारण नए नए खुलासे हो रहे हैं इससे सरकार पर भी उंगलिया उठने लगीं क्योंकि शुक्ला केन्द्रीय मंत्री होने के साथ आईपीएल चेयरमैन पद भी संभाल रहे थे।
माना जा रहा है कि राहुल गांधी भी इस पूरे मामले से खासे नाराज हैं और उनकी नाराजगी के बाद ही खेल मंत्री जितेन्द्र सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बीसीसीआई चीफ एन. श्रीनिवासन का इस्तीफा मांगा था। (एजेंसी)
आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी ने शुक्ला को दोषी ठहराते हुए कहा कि इस्तीफा देकर वह अपनी गलतियों से बच नहीं सकते। मालूम हो कि शुक्ला ने यह कहते हुए इस्तीफा दिया है कि अब आईपीएल समाप्त हो चुका है इसलिए अब इस पद पर बने रहने का कोई औचित्य नहीं रह जाता।
मोदी ने अपने टि्वटर पेज पर लिखा "राजीव शुक्ला, आपका इस्तीफा आपको आपकी गलतियों से बचा नहीं सकता। यह तो स्वीकार करें कि आप रबर स्टैंप थे या साजिश में शामिल थे।
उन्होंने कहा कि क्या राजीव शुक्ला का इस्तीफा उन्हें आईपीएल के झमेले से मुक्त करता है?
नहीं, आप आईपीएल के अध्यक्ष थे। आपके सामने सब हुआ। या तो आप अक्षम हैं या साजिश में शामिल।
कुछ भी हो, आपको दोष अपने सिर लेना ही होगा। मोदी ने यह भी कहा कि बीसीसीआई कार्यसमिति की रविवार होने वाली आपात बैठक महज धोखा है और आमसभा की विशेष बैठक बुलाई जानी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि एसजीएम से कम कुछ भी स्वीकार्य नहीं है, उसके लिए दबाव बनाना होगा।
उधर, पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी एवं भाजपा नेता कीर्ति आजाद ने शुक्ला के इस्तीफे पर सवाल उठाते हुए कहा कि वे बीते 21 दिन से क्या कर रहे थे। आईपीएल में फिक्सिंग और सट्टेबाजी उजागर होने के बाद अब जाकर उन्हें इस्तीफा देने की सूझी। लगातार चुप्पी साधे रहने के पीछे क्या कारण रहे, उन्हें बताना होगा। उन्होंने स्वेच्छा से नहीं बल्कि दबाव में आकर राजनीतिक फायदे के लिए इस्तीफा दिया है।
सूत्रों के अनुसार आईपीएल में जिस तरह से फिक्सिंग और सट्टेबाजी के कारण नए नए खुलासे हो रहे हैं इससे सरकार पर भी उंगलिया उठने लगीं क्योंकि शुक्ला केन्द्रीय मंत्री होने के साथ आईपीएल चेयरमैन पद भी संभाल रहे थे।
माना जा रहा है कि राहुल गांधी भी इस पूरे मामले से खासे नाराज हैं और उनकी नाराजगी के बाद ही खेल मंत्री जितेन्द्र सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बीसीसीआई चीफ एन. श्रीनिवासन का इस्तीफा मांगा था। (एजेंसी)
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