मुरादाबाद। उतर प्रदेश के सबसे बड़े घोटाले एनआरएचएम घोटाले की जांच कर रही सीबीआई ने शनिवार को मुरादाबाद के जिला अस्पताल के ब्लड बैंक पर छापा मारा और करीब दो घंटे तक गहन पड़ताल की।
मिली जानकारी के मुताबिक, सीबाआई टीम को इस बात की जानकारी मिली थी कि इस अस्पताल के ब्लड बैंक में जो उपकरण लगे हुए हैं वह बसपा के पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा के इशारे पर एनआरएचएम योजना के तहत ही खरीदे गए थे। जानकारी मिलते ही सीबीआई ठीक सुबह 9.40 बजे ब्लड बैंक पहुंची और वहां सभी उपकरणों को दिखाने की बात कही। सीबीआई ने हर मशीन को चलवाकर देखा और रिकार्ड भी तलाशे।
एनआरएचएम योजना में घोटाले की आंच से महानगर भी जल रहा है। सीबीआई द्वारा की गई छापेमारी में यह बात सामने आई है कि कुशवाहा के इशारे पर ही दिल्ली की एक कंपनी से यह उपकरण खरीदे गए थे। वहीं से यहां ब्लड बैंक के लिए 27 उपकरण आए थे| इसके अलावा इन उपकरणों को लगाने और इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने के लिए 16 लाख रुपये मिले थे।
सीबीआई ने ब्लड बैंक से जुड़े रिकार्ड तो 16 जनवरी को ही मंगा लिए थे। उसी जांच को आगे बढ़ाते हुए सीबीआई टीम शनिवार को यहां पहुँच कर छापेमारी की थी| बहरहाल, छापे के बाद मिली रिपोर्ट पर लैब टेक्नीशियन के हस्ताक्षर कराकर सीबीआई टीम लौट गई।
जानकारी के मुताबिक, मुरादाबाद सहित वेस्ट यूपी के 15 जिलों में एसआर बायो हेल्थ ने उपकरण भेजे थे जबकि शेष 12 जिलों में मेहरोत्रा एंड मेहरोत्रा ने उपकरण पहुंचाए थे। कंपोनेंट यूनिट में कुल 27 उपकरण यहां भेजे गए थे| इसके अलावा इंफ्रास्ट्रक्चर पर 16 लाख रुपये खर्च किए गए थे। इसमें ब्लड बैंक की रिपेयरिंग, तीन डोनर काउच (एक लाख साठ हजार रुपये), कंप्यूटर, स्केनर, फैक्स मशीन, प्रिंटर आदि उपकरण खरीदे गए थे। बताया जा रहा है कि इन उपकरणों की कीमत एक करोड़ से अधिक है|
आपको बता दें, मुरादाबाद से ही बाबू सिंह कुशवाहा के नजदीकी व दवा कारोबारी सौरभ जैन को सीबीआई ने गिरफ्तार किया है। सूत्रों की माने तो कुछ अन्य कारोबारी व ठेकेदार भी सीबीआई के निशाने पर हैं।
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